मन के दो प्रणालियों - तेज़ और धीमे - की अद्वितीय खोज में डुबकिये, इस प्रारंभिक अध्याय के साथ। यह मानव मन के निर्णय निर्माण के विरोधाभास को दर्पण में दिखाता है, जिसे किताब 'सोचने की तेज़ और धीमे' में सुंदरता से संबोधित किया गया है। जबकि 'सोचने की तेज़' यह दिखाता है कि निर्णयों में अनुभवों, पक्षपातों, और भावनाओं का कैसे अंतर्क्रिया होता है, 'किताब का आवरण' अध्याय की एक नज़र डालने से इसकी प्रमुख विषयों और अवधारणाओं का सारांश मिलेगा। यह अध्याय हमारी वास्तविकता और निर्णय निर्माण को आकार देने वाले संज्ञानात्मक प्रक्रियाओं में एक सोच-प्रेरक प्रवेश का वादा करता है।

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This chapter is part of our तेज और धीरे सोचना book summary.

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